अमौर/सनोज
पूर्णियाँ: अमौर रेफरल अस्पताल में तीन डाक्टरों के सहारे महीने मे 500 से 600 महिलाओं डिलवरी होती है। महिला डॉक्टर एवं डाक्टरों के कमी के कारण मरीजों से कोपभाजन का सामना चिकित्सको सहना पड़ता है। इस संबंध में मरीजों ने बताया कि डॉक्टर के कमी के कारण ओपीडी में ज्यादा भीड़ हो जाता है। जबकि यहां पर 8 डॉक्टरों का पद है। खासकर महिला डॉक्टरों के कमी के कारण प्रसव कराने आए महिलाओं को व्यापक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
जिसके चलते प्रसव कराने आई महिला मरीजों को अचानक तबियत खराब होने पर कभी-कभी मजबूरन पूर्णिया रेफर करना पड़ता है, जबकि यह 25 पंचायतों का मुख्य अस्पताल है। यहां पर 3 डॉक्टर पदस्थापित हैं। जिसमें एक दंत चिकित्सक है एक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी हैं जो कार्यालय के कार्य से कभी -कभी बाहर रहना पड़ता है। वहीं अस्पताल में एक मेडिकल आफिसर है इतने कम डॉक्टर के भरोसे अस्पताल चल रहा है। मरीजों का इलाज होना कहां तक संभव है। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से डॉक्टर बकरतुल्ला पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि डॉक्टर के कमी के कारण जिसका कोपभाजन का सामना हमें करना पड़ता है।
यहां पर 5 एपीएचसी है एपीएचसी में 5 डॉक्टर पदस्थापित है, जिनकी मदद से अस्पताल का संचालन कराया जा रहा है, दरअसल अस्पताल में एक काम की अधिकता है, रेफरल अस्पताल में मात्र 3 डॉक्टरों के भरोसे चलता है, डॉक्टर की कमी के कारण रोस्टर रूटीन भी बन पाना संभव नहीं हो रहा है, इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने विभाग से डॉ प्रतिनियुक्त करने की मांग की है।