बैसा/सिटी हलचल न्यूज़
पूर्णियाँ: एआईएमआईएम पार्टी के प्रदेश महासचिव सह जमीयते उलामाए हिन्द के प्रखंड बैसा सदर हाजी नाहीद गनी ने मंगलवार को सैकड़ों गरीब व निसहाय लोगों के बीच वस्त्र का वितरण किया। इस दौरान गरीब व निसहाय लोग नए वस्त्र पाकर बेहद खुश नजर आए। मौके पर हाजी नाहीद गनी ने कहा कि सर्दी के मौसम में गरीबों को कंबल और ईद पर हर साल कपड़े का वितरण हम पिछले कई वर्षों से लगातार करते आ रहे हैं। जिससे गरीब वर्ग के लोग भी ईद की खुशियों में हंसी खुशी तरीके से शामिल हो। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समय- समय पर होते रहना चाहिए
उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा करना हमारा परम कर्तव्य है और मैं गरीबों की सेवा हमेशा करता रहूंगा । हाजी नाहीद गनी ने बताया कि रोजा मुसलमान के अंदर सब्र व शुक्र खूबियां बयान करता है। इसलिये हुजूर ने फरमाया है कि वो सब्र का महीना है। सब्र का सबाब जन्नत है। रमजान आपस में हमदर्दी करने का महीना है। रमजान शरीफ में अल्लाह तआला अपने रोजेदार बन्दों पर पन्द्रह रहमते नाजिल फरमाता है। जिसमें रोजी में बरकत होती है। माल व जर में ज्यादती होती है। जो खाना खाया जाता है सब इबादत में लिखा जाता है।नेकियों का सवाब इबादत में जाता है। फरिश्ते जमीन और आसमान ख्वाहिश मांगते हैं। जैसे पंद्रह रहमतों के बारे में जानकारी दी। हुजूर अलैहिस्सलाम ने फरमाया सब्र इमान का ऐसा ही अहम हिस्सा है
जैसे जिस्म के लिये सिर और सब्र का बदला जन्नत है। सब्र करने वाले जन्नत में दाखिल होते होंगे तो फरिश्ते उनके सामने हाजिर होकर इस तरह मुबारकवाद पेश करेंगे कि सलामती हो तुम पर कि तुमने सब्र किया।उन्होंने बताया कि रमजान का महीना पाक होता है। इसमें गरीबों मजलूमों की मदद करनी चाहिये। जिससे बरकत मिल सके। रमजान के महीने में लोग रोजा रखते हैं और अल्लाह को याद करते हैं। इसके साथ लोगों की क्या मदद हो सके, इसका प्रयास करते हैं। इस महीने में जितना हो सके लोगों की मदद करें। जिससे अल्लाह तआला बरकत दे और भाई चारा बढ़े। रोजा रखने से रोजी में बरकत होती है। रमजान शरीफ में अल्लाह तआला अपने रोजेदार बन्दों पर रहमते नाजिल फरमाता है।