पूर्णिया/डिम्पल सिंह
बनमनखी:-बनमनखी प्रखंड के काझी हृदयनगर पंचायत अंतर्गत धीमा ग्राम स्थित सौ वर्ष प्राचीन धिमेश्वर धाम शिवमंदिर का नवनिर्माण एवं जीर्णोद्धार की आधारशिला दिल्ली से पधारे संत श्री स्वामी सिद्धार्थ परमहंस जी महाराज, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कमलेश्वरी प्रसाद सिंह तथा अन्य लोगों ने संयुक्त रूप से रखी.मंदिर प्रांगण में संतों व पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोचरण के साथ पूजन किया गया.
मौके पर संत महाराज ने आध्यात्मिक चर्चा करते हुए कहा कि मंदिर का जीर्णोद्धार के बाद अब भव्य निर्णाम होगा.मौके पर मंदिर के अध्यक्ष कमलेश्वरी प्रसाद सिंह ने कहा धीमेश्वर मंदिर को धीमा ग्राम के इच्छा मृत्यु प्राप्त प्रताप नारायण झा ने जनसहयोग से सौ वर्ष पूर्व चुना और सुर्खी से निर्माण कराया था. उन्होंने बताया कि यहां भगवान भोलेनाथ प्रत्यक्ष रूप से विराजमान है. इस भोलेनाथ की महिमा अपरमपार है. यहां भोलेनाथ इतना शक्तिशाली है कि यहां से आजतक कोई खाली हाथ नहीं लोटा है.
भगवान भोलेनाथ अपने सभी भक्तों की मुराद पूरी करते हैं. इसी का नतीजा है कि यहां अब विकास की रफ्तार गति पकड़ लिया है.यहां दो वर्ष पूर्व स्थानीय विधायक सह तत्कालीन पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि के अथक प्रयास से पर्यटन विभाग से भी सौंदर्यीकरण का कार्य शिलान्यास किया गया था. जिसका कार्य भी गति के साथ चल रहा है.आनेवाले दिनों में बहुत बड़ा तीर्थस्थल बनकर तैयार होगा. वैसे भी इस भोलेनाथ की ख्याति काफी दूर-दूर तक फैली हुई है. अब और फैलेगी.उन्होंने भावुक अंदाज में कहा कि भोलेनाथ की दरबार में भी अब राजनीतिक होने लगी है. इस दौरान मंदिर प्रांगण में भोलेनाथ के जयकारों से गुंजायमान हो उठा. शिलान्यास के साथ ही इंजीनियर मंदिर नक्शा बनाने का कार्य शुरू कर दिया.