पूर्णिया/ सनोज कुमार
अमौर प्रखंड क्षेत्र के हरिपुर पंचायत अंतर्गत दास नदी के हरिपुर घाट में आज भी लोग निव एवं पुल के अभाव के कारण केले में थम पार होने के लिए मजबूर हैं। ना तो सरकारी नाव है ना ही पुल है। जिसके कारण लोगो केले के थम (भूरा ) मे पार होने के लिए मजबूर हैं। जिससे इस क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी हताश का माहौल बना हुआ है।
ग्रामीण जुबेर आलम, पूर्व मुखिया वशीक आलम, आसिफ आलम, रकीम, सहारा बेगम, खानन बेगम सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि आजादी छह दशक बाद ही पुल के अभाव के आज भी यह क्षेत्र विकास के रोशनी से कोसों दूर है। जिसका जीता जागत पुल एवं नाव के अभाव के कारण केले के थन में पार होने के लिएलोग मजबूर है।
जबकि 3 पंचायत मे ज्ञानडोभ, हरिपुर एवं रंगरेयालाल टोली पंचायत के लोगों का मुख्य मार्ग है दोनों ओर से करोड़ों की लागत से पक्की सड़क बना है। पुल के नहीं रहने के कारण आज भी लोग नदी पार होने के लिए वंचित हैं। जबकि नदी के उत्तर पार सरकारी मदरसा इलाहीया रंगरेया हरिपुर मे 244 बच्चे पढ़ते हैं । खासकर अभी परीक्षा देने के लिए छात्रों को व्यापक कठिनाइयों का सामना कर नदी पार कर परीक्षा देने के लिए मजबूर हैं। बरसात में लोग 6 महीने प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग रहता है ।
जिसके चलते लोग काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। खासकर मरीजों को लेकर लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए यहां के ग्रामीणों ने माननीय मुख्यमंत्री जी से इस ओर ध्यान देकर पुल बनाने की मांग की है।