फलका से आरफीन बहार की रिपोर्ट
यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे फलका प्रखंड के भंगहा के पूर्व मुखिया किरण पटेल की पुत्री निक्की पटेल यूक्रेन और पोलैंड के बॉर्डर पर फंसे हुए हैं। रूसी सैनिकों के हमले के बाद मची अफरा-तफरी के बीच भंगहा की बेटी निक्की पटेल अपने अन्य साथियों के साथ 40 किलोमीटर पैदल चलकर पोलैंड की सीमा पर पहुंची। उक्त बातें छात्रा की माता किरण पटेल व पिता राजू पटेल ने बताया
छात्रा ने माता पिता को फोन पर बताया कि हम लोग यूक्रेन के हालात देखकर अपने कॉलेज से अपने सहपाठियों के साथ वाहन से निकले परंतु हाईवे जाम होने के कारण पैदल चलते हुए किसी प्रकार पोलैंड की सीमा तक पहुंचे हैं। और वॉडर पर प्रवेश हेतु पंक्ति में खड़े हैं। बेटी की बात सुनकर माता-पिता व अन्य परिजन फफक कर रो पड़ते हैं। छात्रा के सकुशल वापसी के लिए पूजा अर्चना भी कर रहे हैं। वही भंगहा की बेटी निक्की पटेल को लेकर भंगहा ग्राम प्रखंड समेत ग्रामवासी गमजदा हैं
वहीं पोलैंड के सीमा पर छात्रा के होने पर चिंतित व गमजदा परिजनों से मिलने रविवार को मघेली मुखिया बीबी फातिमा उर्फ पुष्पा इमरान निवास स्थान पर पहुंचकर स्वजनों को संतावना दिया। मुखिया पुष्पा इमरान सहित माता पिता व भंगहा ग्राम वासियों ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से भंगहा की बेटी समेत अन्य भारतीय छात्रों को भारत लाने की व्यवस्था की मांग की है। वहीं छात्रा के माता-पिता व परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।