मोतिहारी :वर्तमान में कोविड-19 महामारी की इस स्थिति में कोविड टीकाकरण जीवन की सुरक्षा का एक बेहतर उपाय माना जा रहा है। देश समेत बिहार के जिलों में कोविड 19 टीकाकरण इस विकट परिस्थितियों से उबरने में काफी मददगार साबित हो रहा है। मोतिहारी सदर प्रखंड अस्पताल में कार्यरत आरबीएसके की एएनएम वीणा द्विवेदी ने कहा कि - सरकार के युद्ध स्तरीय व्यापक टीकाकरण के बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में भारी कमी देखी जा रही है। लोगों ने टीकाकरण व कोरोना प्रोटोकॉल के पालन में रुचि दिखाई है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका निभाई है नर्सिंग स्टाफों,आशाओं,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, जीविका दीदियों ने। एएनएम वीणा द्विवेदी ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के सार्थक प्रयास का ही नतीजा है कि आज पूर्वी चम्पारण के कई प्रखंडों व नगर निगम क्षेत्रों में शत प्रतिशत टीकाकरण हो पाया है। उन्होंने कहा कि कोविड से लोगों के बचाव को अपने कार्य को निरंतर बिना किसी अवरोध के समर्पित भाव से निर्वहन किया है। इस महामारी में भी अपने जीवन तक को दांव पर लगा कर लोगों का टीकाकरण किया है । इस महामारी से निपटने के लिए दिन रात हमलोगों ने सरकार के निर्देश का पालन करते हुए कोविड ग्रस्त क्षेत्रों के साथ साथ बाढ़ ग्रस्त व सुनसान दुर्गम स्थानों में भी जागरूकता के साथ कोविड 19 का टीकाकरण किया है । उन्होंने बताया कि नर्स का कार्य आवश्यक सेवा श्रेणी में आता है, जिस कारण प्रत्येक आपातकालीन स्थिति में इन्हें अपनी सेवा में उपस्थित रहना पड़ता है
कई बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य कर्मियों के साथ जागरूकता फैलाकर टीकाकरण किया-
आरबीएसके एएनएम वीणा द्विवेदी ने बताया कि मोतिहारी सदर प्रखण्ड अस्पताल के अलावा ढेकहा, मधुबनी घाट, बतरौलिया, लखौरा, टिकुलिया हराज, झिटकहिया, बरदाहा, जैसे कई बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य कर्मियों के साथ जागरूकता फैलाकर टीकाकरण किया है । जिसके लिए मुझे स्वास्थ्य विभाग व अन्य अधिकारियों ने मौके पर उत्साह वर्धन किया है। मैंने टीकाकरण के साथ साथ जागरूकता अभियान भी चलाया। न सिर्फ लोगों को कोविड19 से बचाव की जानकारियां देती बल्कि क्षेत्र के लोगों को अपने सार्थक प्रयास से सैकड़ों की संख्या में टीकाकरण करवाया है। जिसके कारण अब हमारे निवास क्षेत्र वार्ड नं 16 में टीकाकरण में 90 % से ऊपर लगभग लोगों का टीकाकरण हो चुका है। इनके प्रयास का ही परिणाम रहा है कि महिलाओं ने घर की दहलीज पार कर खुद के साथ साथ परिवार के लोगों ,सगे संबधियों का टीकाकरण कराया
जो टीकाकरण को तैयार नहीं होते उन्हें समझाकर, टीकाकरण केंद्र से सम्पर्क करके टीका लगवाती-
क्षेत्र के वैसे लोग जो टीकाकरण को तैयार नहीं होते उन्हें समझाकर, वार्ड पार्षद व शिक्षित लोगों से मिलाकर तुरंत टीकाकरण केंद्र से सम्पर्क करके टीका लगवाती । कुछ लोग बहाना बनाकर कहते थे कि टीका नहीं लगवाएंगे तब हमलोग उन्हें समझाते कि ये देशवासियों को सुरक्षित रखने के लिए टीका है जो कोविड जैसी महामारी से बचाती है। "एक भी व्यक्ति छूटेगा सुरक्षा चक्र टूटेगा" एक व्यक्ति भी संक्रमित होगा पूरे समाज को संक्रमित करेगा। इसलिए कोविड 19 महामारी से बचाव को टीकाकरण व मास्क, सोशल डिस्टेनसिंग का पालन जरूरी है। लोगों को कई बार समझाते तब लोग तैयार होते थे। अब लोग खुद ही टीका लगवाने को हमलोगों को कहते हैं। कोविड टीकाकरण व जागरूकता में मैंने भी सहयोग किया इसकी मुझे भी खुशी है।