मोतिहारी :सदर अस्पताल मोतिहारी में शुक्रवार को डॉक्टर रविंद्र कुमार वर्मा की अध्यक्षता एवं आई पास डेवलपमेंट फाउंडेशन के सहयोग से एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ़ को आइपास पटना के प्रतिनिधि श्याम कुमार के माध्यम से प्रथम एवं द्वितीय तिमाही के सुरक्षित गर्भपात एवं उपरांत परिवार नियोजन विधि अपनाने पर चर्चा की गई, उन्होंने बताया कि करोना काल में बहुत से महिला अनचाहे रूप से गर्भवती हो गई है और उन्हें गर्भ समापन की सुविधा लेने में परेशानी हुई है। जिसके कारण उनका गर्भ प्रथम से द्वितीय तिमाही का हो गया है इसीलिए उन्हें चिकित्सीय सलाह एवं परामर्श की आवश्यक है ताकि उनका सुरक्षित गर्भपात कराया जा सके, इसको लेकर सभी को प्रयास करने की आवश्यकता है
20 सप्ताह तक के गर्भ को कानूनी रूप से समाप्त करने की है इजाज़त-
श्याम ने बताया एमटीपी (मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ़ प्रेगनेंसी) एक्ट-1971 में निहित कुछ शर्तों के आधार पर कोई भी महिला 20 सप्ताह तक के गर्भ को कानूनी रूप से गर्भपात करा सकती है। लेकिन एमपीटी एक्ट में कुछ शर्तों का जिक्र भी किया गया है। जिसका अनुपालन अनिवार्य रूप से करना जरूरी होता है। इसके लिए कुछ जरूरी दस्तावेज का होना भी नितांत आवश्यक होता हैं। लेकिन इस दौरान गर्भपात कराने वाली महिला का विशेष ध्यान रखना होगा ताकि उनका सुरक्षित रूप से गर्भपात हो सके। इसके लिए उनके परिजनों को खास ध्यान रखने की आवश्यकता है
प्रशिक्षित चिकित्सकों की मौजूदगी में होता है गर्भपात-
राम कृष्ण ने यह भी बताया कानूनी रूप से सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क गर्भपात कराने की सुविधा उपलब्ध है। इस दौरान विशेष परिस्थिति होने पर एंबुलेंस की मदद से महिला मरीज को नि:शुल्क रूप से हायर सेंटर भेजने की सरकारी सुविधा भी उपलब्ध है। जिसका लाभ सभी को लेनी चाहिए। कानूनी तौर पर 20 सप्ताह तक गर्भ समापन कराना वैध माना जाता हैं। लेकिन 12 सप्ताह के अंदर एक प्रशिक्षित महिला रोग विशेषज्ञ एवं 12 सप्ताह से ऊपर तथा 20 सप्ताह के अंदर तक में 2 प्रशिक्षित चिकित्सकों की उपस्थिति में सरकारी अस्पताल या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त अस्पतालों में प्रशिक्षित चिकित्सकों की मौजूदगी में गर्भपात कराना चाहिए। इस दौरान माहवारी को लेकर विशेष रूप से सफाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी। इस बैठक में अस्पताल प्रबंधक श्री विजय झा, महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर सुरुचि, डॉक्टर अनामिका, अरुण, डॉक्टर रश्मि, डॉक्टर मोहसीना हकीम एवं नर्सिंग स्टाफ़ रेणु कुमारी, भारती कुमारी एवं अन्य लोग उपास्थित थे।