कटिहार/शंभु कुमार
फलका (कटिहार) :- एक तरफ सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार के उपाय कर रखे हैं। परंतु कई बच्चे जिनके हाथ में किताब और कलम होनी चाहिए परंतु उन बच्चों से बाल मजदूरी कराया जा रहा है। बाल श्रम करना जो अपराध के श्रेणी में आता है। परंतु कानून धत्ता बताते हुए फलका प्रखंड क्षेत्र के कई ईंट भट्ठों के संचालक बाल मजदूरों से काम ले रहे हैं। तथा बच्चों से कच्चे ईंट की सुखाई हेतु पलटी करना एवं बच्चों से ढुलाई समेत कई अन्य कार्य भी कराई जा रहे हैं। मंगलवार की सुबह जब कड़ाके की ठंड पर रही थी तब फलका थाना क्षेत्र के निसुन्दरा के निकट गेड़ाबाड़ी फलका मुख्य मार्ग के बगल में संचालित एक ईंट भट्ठा जिनके ईट का मार्का एस एम सी है एस एम सी मार्का वाला भट्टे पर कड़ाके की ठंड होने के बावजूद बाल मजदूरों को कार्य करते देखा गया
इस भट्टे में अलग-अलग हिस्सों पर बड़े मजदूरों के साथ-साथ बाल मजदूरों से भी कार्य लिया जा रहा है। प्रखंड क्षेत्र में आधा दर्जन ईंट भठ्ठे संचालित हैं। जहां अन्य राज्यों से ईंट पथाई का काम करने आते हैं और भट्ठों पर ही झुग्गी झोपड़ी नुमा आशियाना बनाकर श्रमिक परिवार मजदूरी करते हुए अपने बाल बच्चों का गुजर बसर करते हैं। वहीं उनके छोटे बच्चे भट्ठा संचालकों के द्वारा काफी सस्ता दरों पर कार्य कराया जाता है। सस्ते मजदूर के रूप में भट्टे पर ईंट पथाई से लेकर कच्चे ईंट को एक दूसरे स्थान पर ले जाकर जमा करने के अलावा कोयला तोड़ने का काम लिया जाता है
बताया गया कि सामान्य दीहारी मजदूर से आधे दर बाल मजदूर को भुगतान किया जाता है। और पैसे की लोभ में फंसकर ये छोटे-छोटे मासूम विद्यालय जाने से वंचित रह जाते हैं। वहीं बाल मजदूरी के विरुद्ध कोई ठोस प्रकार की कार्रवाई नहीं होने के कारण बच्चों से खुलेआम काम लिया जा रहा है। मामले में श्रम अधीक्षक ने बताया कि अगर प्रखंड क्षेत्र में ईंट भट्ठों पर बाल मजदूर कार्य कर रहे हैं तो इसकी जांच गंभीरता से करते हुए ईंट संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।