मुरलीगंज-उत्क्रमित मध्य विद्यालय रानीपट्टी सिंगयान का प्रांगण अतिक्रमित

मुरलीगंज/मिथिलेश कुमार 

मधेपुरा : प्रखंड क्षेत्र के रानीपट्टी सिंगयान पंचायत में उत्क्रमित मध्य विद्यालय परिसर वर्षो से अतिक्रमण की चपेट में है। रानीपट्टी टोला स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय परिसर को स्थानीय महादलित समुदाय के लोगों द्वारा पशु तबेला बना दिया गया है। पूरे स्कूल परिसर में दर्जनो पशु बंधे रहते हैं। कोई कुछ भी बोलने से डरते हैं। विद्यालय में चहारदिवारी होने के बावजूद यहां के महादलित परिवार के लोग स्कूल परिसर में मवेशी बांधने से बाज नही आ रहे हैं। आज तक विद्यालय शिक्षा समिति, स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा है। जबकि उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाचार्य के द्वारा कई बार प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर तक आवेदन देकर अवगत कराया गया है


लेकिन आज तक किसी ने विद्यालय में व्याप्त अवैध अतिक्रमण हटवाने की जहमत नही उठाई है। जिस कारण विद्यालय परिसर आज भी पशु तबेला में तब्दील है। महादलित परिवारों के आतंक से जनप्रतिनिधि और स्कूल के शिक्षकों सहमे रहते हैं। स्कूल परिसर आधे से अधिक पशु तबेला के कारण अतिक्रमित है। महादलित समुदाय के लोगो ने वर्षो पूर्व से ही स्कूल परिसर को मवेशी बांधने का बथान बना रखा है। बताया जाता है कि लगभग दो दशक पूर्व से ही महादलित समुदाय के लोगो ने स्कूल परिसर पर अवैध कब्जा जमाए हुए हैं। जबकि यहाँ के दर्जनों महादलित परिवार को वर्षों पूर्व वासगीत पर्चा मिला है। लेकिन स्थानीय प्रशासन इन लोगों को दखल दिलाने व व्यवस्थित करने के दिशा में गंभीरता नही दिखाई। बताया गया कि कुछ दिन पूर्व भी अंचल अधिकारी अन्य कर्मियों के साथ पंचायत के वार्ड सात में जमीन चिन्हित किया है। इसके बावजूद महादलित परिवारों के स्कूल परिसर से अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं है

जिस कारण विद्यालय परिसर पशुओ का तबेला बना हुआ है। पढ़ने वाले छात्र-छात्राओ पशुओ के आतंक से डरे सहमे पठन पाठन करते हैं। खेलकूद गतिविधि भी नही कर पाते हैं। स्कूल परिसर में खुले व बंधे रहते पशुओ के डर से अभिभावक छोटे बच्चो को स्कूल भेजने से डरते हैं। विद्यालय प्रांगण में मवेशियो को खिलाने वाले दर्जनो नाद और खुट्टे से बंधे दर्जनो मवेशी बंधे रहते हैं। जिस कारण बच्चों की परेशानी बढ़ी रहती है। विद्यालय के एचएम मो हारून रसीद ने कहा कि स्थानीय कुछ ग्रामीण के द्वारा जबरन विद्यालय परिसर में पशुओ को बांधकर रखा जाता है। पूरी तरह से चाहरदीवारी हो जाने पर अतिक्रमण हटने की संभावना है।

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