हुजूर.. पत्नी को आता है मिर्गी, जमाना है खराब



पूर्णिया ।सिटी हलचल न्यूज़ 

पूर्णियाँ जिले के के.नगर थाना क्षेत्र के प्राणपट्टी की एक नवविवाहिता पूर्णियाँ पुलिस अधीक्षक उपेंद्र नाथ वर्मा के पास पहुँची और कहा कि अभी हाल ही में उसकी शादी हुई है। शादी के 14 दिन भी नहीं हुए कि पति ने उसे छोड़ दिया और मायके पहुँचा दिया। चुकी शादी के बहुत कम दिन ही हुए थे इसलिए दांपत्य जीवन बस जाए, इसके लिए मामला को सुलझाने के लिए पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के पास भेज दिया। 


वहीं मामला केंद्र में पहुँचने के बाद कटिहार जिले के बरारी थाना क्षेत्र के भैंस दियारा निवासी पति को नोटिस देकर पूर्णियाँ बुलाया गया। केंद्र के समक्ष पति पहुँचते ही पति ने केंद्र को सारी बात बताई। पति ने कहा कि उसकी शादी के 14 दिन ही हुए थे कि एक दिन पत्नी का शरीर से पसीना निकलने लगा, मुँह से झाग निकलते हुए शरीर अकड़ने लगा। जिसे देख परिवार के सभी सदस्य डर गए। कुछ लोगो का कहना था कि इसके शरीर के ऊपर देवी का प्रकोप हैं, जिसके बाद झाड़ फूँक करवाया, मगर कोई फायदा नहीं हुआ। लेकिन बीमारी बढ़ती ही जा रही थी, आये दिन इस तरह की घटना हो रही थी। जब ससुराल वालों को शिकायत की गई तो उनलोगों ने मुझपर ही दोषारोपण किया और कहा कि उसकी बेटी यहाँ ठीक ठाक थी, वहीं कुछ आपलोगो ने किया हैं। पति ने केंद्र को बताया कि जब उन्होंने पत्नी को ले जाकर डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने मिर्गी का बीमारी बताया। वहीं पति जब केंद्र में पूरी बात बता रहा था तो काफी घबराया हुआ था, डर से कांप रहा था। केंद्र के सदस्यों ने डर का कारण पूछा तो पति खुलकर बताया, हुजूर.. इसे मिर्गी की बीमारी है, जमाना खराब है। मिर्गी आने पर जिस तरह यह करती है, अगर मर जाएगी तो घर के सभी लोग फस जाएंगे। पति ने बताया कि आसपास के लोग भी कहते है कि अगर किसी की पत्नी मर जाती है तो दहेज प्रताड़ना का केस हो जाता है और पूरा परिवार जेल चला जाता हैं। इसलिए वह किसी झमेले में नहीं पड़ना चाहता है। इसलिए पत्नी को अपने मायके पहुँचा दिया। 

वही पति की बात सुनकर केंद्र के सदस्यों ने पति को समझाया कि अगर शादी के बाद तुम्हें यह बीमारी हो जाती और पत्नी तुम्हे छोड़कर चली जाती तो कैसा लगता? यह सुनकर पत्नी रो पड़ी और पति के साथ रहने की जिद करने लगी। केंद्र ने पति को समझाया कि मिर्गी की बीमारी का इलाज है। अच्छे डॉक्टर को दिखाओ और इलाज कराओ। वहीं पत्नी को रोता देख पति भी पिघल गया। और साथ रहने को राजी हो गया। मगर पति ने अपने परिवार की सुरक्षा के लिए बांड पेपर में बीमारी का जिक्र करने को कहा। जिसपर केंद्र और पति पत्नी के बीच सहमति बनी। अब पति अपना ससुराल जाएगा और इज्जत के साथ पत्नी की बिदाई करके लाएगा। वहीं पत्नी के परिवार को भी हिदायद दी गई कि अब मामला साफ हो गया है इसलिए दामाद पर कोई दोषारोपण नहीं करेंगे। ससुराल में दामाद की खूब खातिरदारी करेंगे, अच्छे अच्छे पकवान खिलाएंगे। 

मामले को सुलझाने में महिला थानाध्यक्ष सह संयोजिका ललिता कुमारी,अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वेश्यन्त्री, जीनत रहमान, बबिता चौधरी, प्रमोद जायसवाल, रविन्द्र साह एवं नारायण गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई।

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