हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर ईडी दफ्तर का कांग्रेस ने किया घेराव
*सेबी अध्यक्ष को हटाना जरुरी, मोदी सरकार में गिरी नियामक संस्थाओं की साख: प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह*
*सेबी प्रमुख और अडानी सहित इनके मध्यस्थ की भी हो जेपीसी जांच: डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह*
पटना/सिटिहलचल न्यूज़
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आज हिंडन बर्ग खुलासा, अडानी सेबी महाघोटाला को लेकर गांधी मूर्ति, गांधी मैदान से प्रवर्तन निदेशालय ईडी कार्यालय तक बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन गांधी किया। यह धरना व प्रदर्शन राष्ट्रव्यापी था।
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने किया। पिछले दरबाजे से अभी के सीएमडी को लाया गया जो खुद प्रश्न खड़े करती है और अभी जिस तरीके से उन्होंने अकूत संपत्ति अर्जित की है वो लाभ के पद के लिए बिलकुल ही गलत है और हमारे नेता राहुल गाँधी 2023 से लगातार शेल कंपनियों के 20 हजार करोड़ रूपये के मामले को उठाते रहें हैं जिसमें अडानी के शेयर के दाम नीचे गिरा और आम भारतीय के करोड़ों रूपये डूब गये। सेबी के चेयरमैन की भूमिका शुरू से संदेहास्पद रही है जो लेटरल एंट्री के तहत नियुक्त हुए हैं और इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार पूरे देश में लगातार धरना प्रदर्शन कर रही है। इन शेल कंपनियों के माध्यम से अडानी लगातार रेल, भेल, सेल, पोर्ट, एयरपोर्ट और अन्य सरकारी संयत्रों को खरीदते रहें हैं। ये आम आदमी के पैसों का दुरूपयोग है, इसपर केवल अडानी का मालिकाना हक़ नहीं है जो उन्हें खुली छूट इस मोदी सरकार ने दे रखी है। कांग्रेस पार्टी ऐसे महाघोटाले पर चुप नहीं बैठेगी वो देश के अर्जित पैसों पर अडानी के एकाधिकार की खुली छूट को स्वीकार नहीं करेगी। इसी के तहत आज प्रवर्तन निदेशालय के पटना स्थित दफ्तर पर प्रदर्शन करने हम निकले हैं जिसका सन्देश पूरे देश में व्यापक रूप से जायेगा।
वहीँ शांतिपूर्ण मार्च के बाद प्रवर्तन निदेशालय पहुँचने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि सेबी प्रमुख को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देनी चाहिए वरना ईडी हर जगह छापे मारने जाती है एक बार सेबी प्रमुख के यहाँ भी चली जाएँ और साथ ही उन्होंने संयुक्त संसदीय समिति से इस मामले की जांच की मांग करती है जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सकें। हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने यह साबित कर दिया कि कांग्रेस पार्टी और हमारे नेता राहुल गाँधी का आरोप सही था और आजादी के बाद यह देश की संपत्ति को चूना लगाने का काम किया जा रहा है। नैतिकता की दुहाई देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का असली चेहरा पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बांड के नाम पर आम जनता से सर्वविदित करा दिया है। कांग्रेस पार्टी मूकदर्शक बनकर नहीं बैठ सकती और हम लगातार जनहित के मुद्दों पर लड़ाई जारी रखेंगे।
मांग सम्बन्धी ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में आयें एम एस खान को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह, कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता डा. शकील अहमद खान, विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता डा. मदन मोहन झा, कौकब कादरी सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ सौंपा गया। इस मांग पत्र में विशेष तौर पर दो मांगे राखी गयी थी जिसमें पहला सेबी के चेयरमैन को उसके पद से तत्काल हटाना जाये। जिस व्यक्ति की कोई विश्वसनीयता नहीं है, वह सेबी अध्यक्ष पद पर नहीं बना रह सकता एवं दूसरा अडानी महाघोटाले की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) द्वारा जाँच. जिसमें सीधे तौर पर सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोग शामिल हैं और जिसमें वित्तीय बाजार विनियमन के साथ अब गंभीर समझौता किया गया है।