पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रमंडलीय प्रभारी सह राजद के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर आलोक कुमार ने बयान जारी कर कहा है कि गत दिनों संसद में लोकसभा के कार्यवाही के दौरान कर्नाटक के मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिन्हा के विजिटर पास पर अनाधिकृत रूप से संसद में घुसकर आरोपी सागर शर्मा के द्वारा आतंकवादी गतिविधि को अंजाम देना देश के नये संसद भवन में सुरक्षा चूक के लिए केंद्र सरकार सीधे तौर पर जिम्मेवार है
भाजपा सांसद के ऊपर कार्रवाई की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों द्वारा संसद में आवाज उठाने पर 141 सांसदों को निलंबित करना भारतीय लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रोफेसर आलोक ने कहा कि पूर्व में भी राजीव गांधी सरकार में बोफोर्स तोप शौदा मामले में विपक्षी सांसदों को संसद से चर्चा के दरम्यान बाहर किया गया था
परिणाम स्वरूप 413 सांसदों वाली कांग्रेस सरकार को आने वाले लोकसभा चुनाव में देश की जनता ने केंद्रीय सत्ता से बाहर कर दिया। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी पूर्ण बहुमत की सरकार के तानाशाही रवैया को भी 2024 में जनता उखाड़ फेंकेगी। प्रो. आलोक ने कहा कि विपक्षी सांसदों को लोकसभा की सदस्यता त्यागपत्र देकर देश में लोकतंत्र बचाने के लिए जन आंदोलन का आगाज करना होगा।