बाढ़ ने कहर बरपाना किया शुरू प्रशासनिक मदद नदारद

अमौर/सनोज

पूर्णियाँ: अमौर प्रखंड क्षेत्र में कई पंचायतों में बाढ़ की स्थिति जस की तस बनी हुई है। लगातार बारिश होने के बाद अमूमन पूर्वी छोर पर 7 पंचायतों में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है, जहां नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। महानंदा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। वही कनकई कभी घट रही है तो कभी बढ़ रही है। वहीं दूसरी और दास नदी भी इस बार कनकई का रूप धारण कर ली है दरअसल जहां पहले दास नदी अलग हुआ करती थी इस बार कनकई की धारा एक साथ होने के बाद दास भी उत्पात मचा रही है


बताते चलें कि प्रखंड क्षेत्र के तालवारी ज्ञानडोभ हरिपुर हफनियां खारीमहीनगांव डहुआबारी पंचायतों के अधिकांश गांव बाढ़ से बेहाल है। बात की जाए तो निचले इलाकों में तो पानी फैला ही है साथ ही साथ तकरीबन 300 घरों में पानी प्रवेश कर चुका है जहां कई परिवार ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। कई अन्य रिश्तेदारों के यहां पहुंच गए हैं घरों में पानी आ जाने के कारण लोगों को चूल्हा चौका जलाना भी अब संभव नहीं है। किसी प्रकार सूखा राशन बिस्किट चुरा मुढी का इस्तेमाल कर रहे हैं। बाढ़ से इस बार अगहनी फसल धान भी प्रभावित हुई है। बीते कुछ दिनों पहले लग रहा था कि इस इलाके में अब बाढ़ नहीं होगी लेकिन पुनः बारिश का सिलसिला जारी होने के बाद बाढ़ की स्थिति काफी भयावह बनी हुई है साथ ही नेपाल की तराई में हो रही लगातार बारिश के कारण जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है। परमान नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसमें तियरपारा, पोठिया गंगेली, आधांग, दलमालपुर, बरबट्टा विष्णुपुर, मच्छट्टा पंचायतों में भी कई गांव में पानी निचले इलाकों में प्रवेश कर रहा है। लोग अपने घरों से कीमती सामान को लेकर पलायन कर रहे हैं। वही नदी के कटाव से भी लोग अब अपने घर आशियाने को तोड़कर अन्यत्र पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं। इस क्षेत्र में बाढ़ की विभीषिका प्रतिवर्ष लोगों को सताती है। बात की जाए तो नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों ने अपने को सुरक्षित रहने के लिए ऊंचे जगह का तलाश कर लिया है 


। वहीं कई स्थानों पर अभी बाढ़ का पानी फैलने के बाद नाव का भी सुविधा लोगों को नहीं मिल पा रही है। थर्माकोल के सहारे लोग एक स्थान से दूसरे स्थान जाने पर विवश है। प्रशासनिक व्यवस्था की बात की जाए तो अब तक कम्युनिटी किचन की शुरुआत नहीं हुई है। कुछ विद्यालयों को शरण स्थल के रूप में चयन किया गया है प्रखंड मुख्यालय के किसी भी पंचायत में मोटर बोट की व्यवस्था अब तक सुनिश्चित नहीं दिख रही है। वही शनिवार को प्रखंड विकास अधिकारी रंजीत कुमार सिंह अंचलाधिकारी गुलाम शाहिद प्रमुख प्रतिनिधि अफसर नदवी आरडब्ल्यूडी जेई हरिशंकर प्रसाद आरडब्ल्यूडी कार्यपालक अभियंता असीम कुमार ने विभिन्न बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया है। उनके द्वारा सर्वप्रथम नगरा टोला सीमलवारी तालवारी टोला का निरीक्षण किया गया अंचलाधिकारी ने लोगों से अपील किया है।

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