रुपौली/विकास कुमार झा
पूर्णियाँ: एक तरफ प्रमंडलीय आयुक्त गोरखनाथ के द्वारा यूरिया की कालाबाजारी रोकने हेतु अंतरजिला छापामारी दल का गठन किया वही रुपौली प्रखंड क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में लाइसेंसी उर्वरक विक्रेता के द्वारा खुलेआम ऊँचे दर पर किसानों को यूरिया बेंच रहे है। वही यह सारा खेल कृषि विभाग के मिलीभगत से हो रही है। रुपौली प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद के द्वारा दावा किया जाता है, रुपौली प्रखंड क्षेत्र में कहीं भी यूरिया 266.50 रुपए से ज्यादा में नहीं मिलता है। मगर सिटिहलचल न्यूज़ के स्टिंग ऑपरेशन में उनके दावे की पोल खुलती नजर आ रही है।
रुपौली प्रखंण्ड के खाद दुकानों का सिटिहलचल न्यूज की टीम ने जब दौरा किया तो खुलेआम 500 से 600 सौ में यूरिया बेचते आधा दर्जन दुकानदार कैमरे में कैद हो गए। मोहनपुर बाजार स्थित स्वाली फर्टीलाईजर के प्रोपराइटर छोटेलाल गुप्ता के द्वारा खुलेआम 500 में यूरिया बेचा जा रहा , साथ में कैल्शियम भी टैग कर दिया जा रहा है। वही किसान सेवा केन्द्र मोहनपुर के प्रोपराइटर मिशन कुमार भी डीएपी 1600 रुपए, यूरिया 550 रु केल्सियम के साथ बोलते हुए कैद हुए है। अगर कोई केल्शियम लेने से इनकार करता है फिर भी यूरिया 550 में ही देने की बात कही जा रही है। वही किसान सेवा केन्द्र मोहनपुर में खाद लेने आई नाथपुर गांव की महिला ज्ञानमाला झा ने बताया कि दुकानदार द्वारा यूरिया के साथ केल्शियम भी लेने का दबाब बनाया जा रहा है, नहीं लेने पर यूरिया नहीं दिया जा रहा है। वही आपको बताते चलें रुपौली प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी क्षेत्र सहित दक्षिणी हिस्से में अंतर जिला उर्वरक माफियाओं का बहुत बार नेटवर्क फैला हुआ है ,जिसमें कई सफेदपोश का भी हाथ होने की बात सामने आ रही है। क्योंकि इस क्षेत्र के दुकानदार नौगछिया से खाद लाकर बेचने की बात कैमरे में काबुल चुके है। अब सवाल यह उठता है कि इनलोगो के पास पूर्णियाँ से खाद उठाव का लाइसेंस है फिर नौगछिया से माल लाकर बेचने का मतलब सभी नकली खाद लाकर ऊँचे दाम पर बेचकर मुनाफाखोरी कर रहे है, जिसमें विभाग की भी मिलीभगत है। वही दूसरे जिले से खाद लाकर बेचने के सवाल पर जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार कहते हैं ,हम पुलिस थोड़े ही है जो हर जगह उपलब्ध रहेंगे।
अब सवाल उठता किया इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ खिलवाड़ हो रहा है, और जिम्मेदार अधिकारी इस तरह का बयान देते हैं।जबकि रुपौली प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद के द्वारा कहा जाता है जहां यूरिया वितरण होता है ,वहां पर कृषि सलाहकार रहते हैं। मतलब साफ है कृषि सहलाकर भी इस गोराख धंधे में शामिल है।