जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत आदर्श लोक कल्याण संस्थान द्वारा समाज संवाद सभा का आयोजन

पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़

शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत आदर्श लोक कल्याण संस्थान के तत्वाधान में बहुपक्षीय समाज संवाद सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी द्वारा पौधा देकर अतिथियों का स्वागत किया गया। जलप्रहरी- मनोहर मानव, पर्यावरणविद, प्रो0 स्नेहल डोंडे, पर्यावरणविद- दीपक कुमार संस्थापक सदभावना मंच, पर्यावरणविद समाजसेवी, जीविका दीदी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।वित्तिय वर्ष- 2020.21 से अब तक जल-जीवन-हरियाली अंतर्गत 5 एकड़ तक सार्वजनिक तालाब/पोखर में 238 में कार्य प्रारंभ कर 228 पूर्ण किया गया है एवं 5 एकड़ से अधिक 2 तालाबों/पोखरों पर कार्य प्रारंभ कर पूर्ण किया गया है


जिसमें कई तालाबों/पोखरों का जल संरक्षण एवं सौन्दर्यकरण हेतु सीढ़ी घाट निर्माण एवं पोखर के चारों ओर पेभर्स ब्लॉक पाथ-वे का निर्माण कराया गया है। पोखरों का सौन्दर्यीकरण एवं जीर्णोद्वार से मत्स्य पालन के साथ-साथ छठ पूजा एवं अन्य त्योहरों में भी ग्रामीणों के द्वारा उपयोग में लाया जा रहा है। 353 सार्वजनिक कुऑ का जीर्णोद्वार पूर्ण किया गया (जिसमें कि पीएचईडी के द्वारा 206, पचांयत राज विभाग के द्वारा- 105 एवं नगर निकाय के द्वारा 42 है) साथ ही साथ 362 कुऑ के समीप सोख्ता का निर्माण (पीएचईडी के द्वारा 206, पंचायत राज विभाग के द्वारा 104 एवं नगर निकाय के द्वारा 52 है) चापाकल के समीप- 3644 सोख्ता निर्माण किया गया है। पूर्णिया जिला अंतर्गत 5 चैक-डैम का निर्माण कराया गया है जिसमें कि रूपौली-3 एवं कसबा- 2 है। 765 नये जल स्त्रोत पूर्ण किया गया जिसमें कि मनरेगा के तहत 680 एवं पशु मत्स्य विभाग के द्वारा 85 है। 355 भवनों में छत वर्षा जल संचयन पूर्ण किया गया जिसमें कि मनरेगा के तहत 173 शिक्षा विभाग के द्वारा 119, स्वास्थ्य विभाग के द्वारा- 5, भवन निर्माण विभाग के द्वारा- 54 एवं नगर निकाय के द्वारा- 4 किया गया है

विगत दो वर्षो में वृक्षारोपण लगभग 11 लाख लगया गया है। जैविक खेती एवं टपकन सिचाई अंतर्गत जैविक खेती 247 एकड़ एवं टपकन सिचाई 1626.56 एकड़ पर कार्य किया गया है। सौर उर्जा उपयोग को प्रोत्साहन एवं उर्जा की बचत में मार्च 2021 के तुलना में मार्च 2022 में 20.58 प्रतिशत की कमी आई है। इसके साथ 38 भवनों को सौर उर्जा युक्त बनाया गया है। इस प्रकार सभी 10 अवयवों पर कार्य करते हुए वर्तमान में 64.14 अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया गया है।इस परिस्थिति में बिहार सरकार ने एक वेश्विक महत्व का पहल (जल-जीवन-हरियाली) के रूप में किया गया है। बिहार के इस पर्यावरणीय पहल से आज देश और दुनिया को प्रेरणा मिल रही है। जल जीवन हरियाली के कार्यक्रम में जब-तक राज के साथ समाज की व्यापक भागीदारी नहीं होगी तब तक यह अभियान पूर्ण रूपेण सफल नही होगा

यह यात्रा वसुधैव कुटुंबकम के विचार को केन्द्र मे रखते हएु पर्यावरणीय चेतना को जगाने के लिए राज और समाज के बीच सार्थक संवाद कर रही है।इस अवसर पर जलप्रहरी- मनोहर मानव द्वारा पर्यावरणविद समाजसेवी, जीविका दीदी एवं अन्य पदाधिकारियों को शपथ दिलाया गया। आइए हम सब मिलकर राज एवं समाज के बीच संवाद कर परस्पर विश्वास, सहयोग और समन्वय से वृक्षारोपण, जल संरक्षण, नदियों की अविरलता, निर्मलता सुनिश्चित कर इस पूरे राज्य को हरा-भरा बनाया जाए तथा प्रकृति का सरंक्षण कर पर्यावरणीय न्याय के साथ समाज को नई रफ्तार दी जाए।उन्होंने पूर्णिया जिले में चलाये जा रहे जल-जीवन-हरियाली अभियान कार्य की प्रशंसा किये।

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