पटना/सिटीहलचल न्यूज़
बिहार में नशापान, बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ सीएम नीतीश कुमार के समाज सुधार अभियान का असर नजर आने लगा है। दरअसल, सूबे में चर्चित पकड़वा विवाह के आंकड़ों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। राज्य पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में वार्षिक रिपोर्ट जारी की है। जिसके मुताबिक 2022 के त्रैमास में अब तक 3 पुरुषों का शादी के लिए अपहरण किया गया है।
वहीं 2020 में 33 और 2021 में 24 पुरुषों का अपहरण हुआ था। दिलचस्प बात ये है कि सूबे का सबसे एडवांस जिला पटना में 2020 में 11, मधेपुरा में 5 और लखीसराय में 4 लोगों का पकड़वा विवाह हुआ था। जबकि 2021 में पटना फिर एक बार लिस्ट में ऊपर रहा। जहां से पहले के मुकाबले काफी कम पर 3 लोगों का अपहरण हुआ था।
वहीं नालंदा में दो लोगों को अगवा किया गया था। 2022 में अररिया, सारण और औरंगाबाद में 1-1 घटना प्रतिवेदित हुई है। इस तरह से देखा जाए तो बिहार में विवाह के लिए पुरुषों के अपहरण से संबंधित मामलों में काफी गिरावट दर्ज हुई है।