पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
पूर्णिया में भू माफियाओं के अच्छे दिन की उलटी गिनती शुरू हो गई है। अवैध रूप से जमीन ब्रोकरी में अनाप शनाप पैसा कमाने वाले ब्रोकरी की सूची सरकार ने तैयार कर ली। इस संबंध में पटना उच्च न्यायालय के आदेश के बाद एक एसआईटी का गठन किया गया है, जो इनलोगो के कुंडली को खँगालेगी।
एसआईटी ने 2016 से लेकर अब तक पूर्णिया के ऐसे जमीन ब्रोकरों की सूची बनाई है जो कई जमीन के खरीद बिक्री में संलिप्त है। एसआईटी को शक है कि इनलोगो के पीछे गुंडा बैंक का पैसा लगा हुआ है। कई जमीन ब्रोकर कुछ ही सालों में जो सड़क पर थे वे अचानक करोड़पति कैसे बन गए, उनके पीछे किसका पैसा लगा है, इन सारी तथ्यों की जानकारी एसआईटी जुटाने में लग गई है।
रुपौली के पूर्व जिला पार्षद धुर्व जायसवाल ने भी पूर्णिया जिलाधिकारी को आवेदन देकर जमीन ब्रोकरी विवेकानंद जायसवाल उर्फ झुन्नू जायसवाल के संपत्ति, अवैध जमीन कब्जा और हथियार के जाँच की माँग की है।उन्होंने बताया कि 7 साल पहले जो झुन्नू जायसवाल बोरा पर प्याज, मिरचाई रखकर बेचता था, वह अचानक करोड़पति ही नहीं अरबपति बन गया है, यह सारा काम जमीन के अवैध कारोबार से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि झुन्नू जायसवाल के पीछे कई सफेदपोश, सरकारी अधिकारी और पुलिसकर्मी भी है, इन सबो की भूमिका की जाँच होनी चाहिए।
पूर्व जिला पार्षद धुर्व जायसवाल ने बताया कि झुन्नू जायसवाल रुपौली, भवानीपुर, पूर्णिया पूर्व में हजारों एकड़ जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर उसे बेच रहा है।
आपको बता दे कि एसआईटी ने निबंधन विभाग से भी डाटा कलेक्ट कर लिया है। जिसमे पूर्णिया के कई भू माफियाओं का जमीन और मकान के दस्तावेज मिले है। इन ब्रोकरों पर इनकम टैक्स भी शिकंजा कसेगी, क्योंकि जो डाटा निबंधन विभाग से प्राप्त हुआ है, उसका आकलन कर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से भी डाटा लिया जा रहा है कि इन ब्रोकरों द्वारा कितना टैक्स जमा किया गया है।
जिस तरह से पूर्णिया में ब्रोकरों ने आतंक मचा रखा है, उससे एसआईटी जाँच के खबर आने के बाद पीड़ित लोग, भू स्वामी एसआईटी को ब्रोकरों से संबंधित दस्तावेज भेजना शुरू कर दिया है। जाँच में आय से अधिक जितनी भी संपति होगी उसे सरकार अब सीज करेगी।