पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
जिला यादव कार्यालय, पूरब यादव टोला मधुबनी में ज्योतिबा फुले की 197वीं जयंती ,यादव शक्ति पत्रिका परिवार एवं अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के संयुक्त तत्वावधान में मनाई गई ।जिसकी अध्यक्षता इंजीनियर सुमित कमल जिलाध्यक्ष यादव महासभा पूर्णिया ने की। सर्वप्रथम ज्योति राव फुले की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया गया। मुख्य वक्ता उमेश प्रसाद यादव जिला प्रतिनिधि यादव शक्ति पत्रिका सह प्रदेश उपाध्यक्ष अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने कहा कि क्रांति सूर्य ,समाज सुधारक, लेखक और कवि ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 में हुआ था।
ज्योतिबा फुले का मिशन संपूर्ण अन्याय पाखंड पुरोहिताई ब्राह्मणवाद का समुल नाश करना था। ब्राह्मणवाद का विरोध सबसे पहले यदुवंशी कृष्ण के द्वारा किया गया था। पुनः महामानव गौतम बुद्ध ,संत कबीर, संत गाड़गे, छत्रपति शाहूजी महाराज , पेरियार रामास्वामी नायकर ,पेरियार ललई सिंह यादव, महामना रामस्वरूप वर्मा ,जगदेव प्रसाद कुशवाहा ,डॉक्टर अंबेडकर, महाराज सिंह भारती सहित अनेक महामानव इस मिशन कार्य को पूर्ण करने में अपने जीवन को व्यतीत कर दिए ।ज्योतिबा फुले का मिशन था-- शिक्षा का विकास, स्त्री को पुरुष के समान शिक्षा ,सम्मान ,अधिकार , रोजगार दिया जाना ,अंधविश्वास, पाखंड का अंत ,मंदिर की जगह स्कूल कॉलेज पुस्तकालय का निर्माण करना, बाल विवाह पर रोक विधवा विवाह को सम्मान दिया जाना तथा मान्यता देना, नशीले पदार्थों के खान-पान पर रोक लगाना ,जातिवाद का समूल नाश करना ,जन्म- शादी ,शोक- दिवस, पूजा के अवसरों पर फिजुल खर्चों पर रोक लगाया जाना ,पत्र -पत्रिका, पुस्तक इत्यादि मूलनिवासी साहित्य का लेखन, प्रकाशन ,बिक्री ,वितरण, पठन-पाठन में वृद्धि किया जाना। पूरे देश में समानता ,स्वतंत्रता और भाईचारा को स्थापित किया जाना।
उन्होंने सिद्ध किया था कि भारत के 6,743जातियां भारत के मूलनिवासी हैं।संपूर्ण मूल निवासियों का खून एक है ,वंश एक है। सभी भारत के मूल निवासी हैं। 28 नवंबर 1890 ई के प्रातः 5:00 बजे मानवता के महान मसीहा चिरनिंद्रा में सो गए। इस अवसर पर छोटू कुमार यादव नगर अध्यक्ष यादव महासभा, मिथिलेश कुमार यादव युवा जिला अध्यक्ष यादव महासभा ,मुरली मनोहर प्रदेश सचिव बिहार सह पूर्णिया प्रमंडल- प्रभारी ,करण कुमार यादव जिला अध्यक्ष अहीर रेजिमेंट पूर्णिया, जयराम यादव ,मोनू यादव, शुभम यादव शामिल हुए।