नैतिकता और धार्मिक ज्ञान के अभाव में भटके रहे हमारे युवा:रमेश मुनि

मुरलीगंज/सिटिहलचल न्यूज़

मधेपुरा: पैदल चलकर मुरलीगंज पहुंचे श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ के मुनी ने मानवीय जीवन बेहतर जीने का संदेश दिया। हंसराज बाफना प्रांगण में रविवार की शाम अमृत वचन से श्रद्धालुओ को नैतिक मुल्यो के बारे में विस्तार बताया। 
वही बोथरा परिसर में प्रेस वार्ता आयोजित कर उन्होंने बताया कि हम महावीर की जन्म तपोभूमि साधना भूमि बिहार में विचरण कर रहे हैं। हम जैनी संत हैं पैदल भ्रमण करते हैं चार दिन पूर्व मुरलीगंज पहुंचे हैं। इन चार दिनों में लोगों को हम जैन धर्म तेरापंथ के बारे में बताते रहे और जब तक आत्मा में धर्म की परिभाषा प्रस्फुटित नहीं होती। उन्होंने बताया कि धर्म को हम मन में ही नहीं उनका जीवन के साथ जिएं। नैतिकता आए प्रमाणिकता आए सौहार्द और सद्भावना प्रेम है वह रहनी चाहिए परिवार का माहौल सुखद रहना चाहिए तभी व्यक्ति खुशहाल और टेंशन मुक्त रह सकता है
उंन्होने कहा कि आज समाज में हिंसा के बढ़ते सवाल पर कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है समाधान अहिंसा के मार्ग पर ही मिलता है युद्ध और हिंसा का परिणाम कभी भी अच्छा नहीं रहा है अंत में टेबल वार्ता के दौरान ही समाधान मिल पाता है।
युवाओं में बढ़ते नशे के दुष्प्रभाव एवं नशे के कारण हो रही हिंसा के जवाब में उन्होंने कहा कि आज युवाओं को शिक्षा तो बहुत तरह से दी जा रही है। धार्मिक और नैतिक शिक्षा का अभाव होने के कारण उनमें संस्कारों की कमी हो गई है। आज देश का युवा वर्ग भटका हुआ है। आज वह ड्रिंकिंग स्मोकिंग न जाने कितने व्यसनों में घिरा हुआ है। 

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